Thursday, April 16, 2009

महिला शक्ति को समर्पित हेरीटेज फेस्टिवल की तीसरी रात-Fazilka Heritage Festival 2009

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/punjab/4_2_5386849.html
फाजिल्का-सो क्यों मंदा आखिये, जिन जम्मे राजान, पवित्र गुरबाणी की यह पंक्ति फाजिल्का में जारी हेरीटेज फेस्टिवल में सार्थक होती नजर आई, जहां फेस्टिवल की तीसरी नाइट फाजिल्का का नाम रोशन करने वाली महिलाओं को समर्पित की गई थी। प्रताप बाग में ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा करवाए जा रहे फेस्टिवल के दौरान जहां फाजिल्का का नाम रोशन करने वाली महिलाओं को फाजिल्का, समाज व देश के लिए अर्जित उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया, वहीं लेडी आफ फाजिल्का प्रतियोगिता में स्थानीय व वर्तमान में यहां रह रही महिलाओं ने मंच पर जलवे बिखेरे।
महिलाओं को समर्पित इस शाम की मुख्यातिथि सेना के कर्नल केके सिन्हा की पत्‍‌नी विनीता सिन्हा थीं। जबकि लेफ्टीनेंट डा. गुरप्रीत कौर, नगर कौसिल की सिनीयर उपप्रधान श्रीमती कंचन शर्मा, आर्मी स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती वंदना डोडा,मैडम शशि अहूजा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुई। कार्यक्रम की शुरुआत गीत 'फाजिल्का शहर हमारा है' से की गई। आर्मी स्कूल की छात्राओं ने राजस्थानी डांस कालबेलिया प्रस्तुत कर उपस्थिति को राजस्थान की संस्कृति से रूबरू करवाया। बीएसएफ की महिलाओं ने भगवान कृष्ण की रास लीला और ऐसा देश है मेरा प्रस्तुत कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर किया। उसके बाद आयोजित लेडी आफ फाजिल्का मुकाबले में संतोष चौधरी, सीमा, गीतू चगती, सुषमा देवी बीएसएफ, ऋतु गुलेरिया व मैडम निशा शर्मा ने भाग लिया। निर्णायक मंडल की भूमिका मुख्यातिथि विनीता सिन्हा, डा. गुरप्रीत कौर, प्रिंसिपल वंदना डोडा, मोहाली की डीपीआरओ उमा शर्मा व शशि आहूजा थीं। मुकाबले में फाजिल्का की विरासत संबंधी सवाल पूछे गए, जिसमें ऋतु गुलेरिया व गीतू चगती अव्वल रहीं। निशा शर्मा दूसरे तथा सुषमा रानी तीसरे स्थान पर रही। राष्ट्रपति अवार्ड विजेता तथा आर्मज फोर्स पूने में सात गोल्ड मैडल जीतने वाली फाजिल्का की शान डा. गुरप्रीत कौर ने कहा कि मुझे फाजिल्का वासी होने का मान है, लेकिन एक बात का मलाल है कि लोग पंजाब का नाम सुनते ही कहने लगते है कि तुम उस पंजाब की वासी हो जहा पर लड़कियों को पैदा होने से पहले ही खत्म कर दिया जाता है। डा. गुरप्रीत ने लोगों से अपील की है कि वह अपने माथे पर लगे इस कलंक को मिटाए और भू्रण हत्या पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए आगे आए। कार्यक्रम के अंत में शहीद भगत सिंह यूथ क्लब के सदस्यों द्वारा किए गए पुत वडाऊन जमीना धीया दुख वंडाऊदीया ने करके लोगों को आंसू बहाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में सभी आए हुए मेहमानों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत से हुआ।

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