Sunday, April 25, 2010

फाजिल्का को मिला बीकानेर कैनाल का पानी

Saturday, 24 April 2010 18:21

श्रीगंगानगर। बीकानेर कैनाल से फाजिल्का को पीने का पानी देने के लिए नहर निकालने की अनुमति पर भाजपा नेता डॉ. बृजमोहन सहारण ने कड़ा एतराज जताया है। उनका कहना है कि पंजाब में जगह-जगह बीकानेर कैनाल पर कब्जे हो गए हैं। पंजाब क्षेत्र में बीकानेर कैनाल का रखरखाव सही ढंग से नहीं किया जा रहा। 
उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि महाराजा गंगासिंह ने ७० वर्ष पूर्व बीकानेर कैनाल का निर्माण करवाकर श्रीगंगानगर जिले की धरती को हराभरा किया था, बल्कि अब अधिकारियों की मिलीभगत व अनदेखी से वर्षों पुराना यह सिस्टम नष्ट होता जा रहा है। बीकानेर कैनाल में पाईपें लगाकर पानी चोरी की जा रही है।

नहर की सीमा में ट्यूबवैल लगाकर पानी चोरी किया जा रहा है। राजस्थान के हिस्से का ०.८ एमएएफ पानी पंजाब द्वारा नहीं दिया जा रहा। 
भाजपा नेता डॉ. सहारण ने हैरानी जताई है कि जब पंजाब सरकार गंगनहर का रखरखाव सही ढंग से नहीं कर रही। पंजाब के अधिकारियों का रवैया सकारात्मक नहीं है, फिर जल संसाधन विभाग ने क्यों मेहरबानी दिखाते हुए फाजिल्का को कैनाल के जरिए पीने का पानी देने की स्वीकृति जारी कर दी। महाराजा गंगासिंह ने वर्षों पूर्व अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय समझौते कर इस क्षेत्र के हितों को सुरक्षित किया था। पंजाब का इस नहर पर किसी तरह का हक नहीं है। उन्होंने इस कैनाल की स्वीकृति को गैर कानूनी बताया।
डॉ. सहारण ने गुपचुप दी गई इस मंजुरी को इलाके के किसानों के साथ धोखा बताया है। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि यदि पंजाब बीकानेर कैनाल से इसी तरह नहरें निकालता रहा तो गंगनहर को पूरा पानी नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा और न हीं पंजाब क्षेत्र में मरम्मत करवाई जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिन्धियां को पत्र लिखकर इस प्रकरण से अवगत कराया है

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