Sunday, July 28, 2013

पर्यटन के नक्शे पर चमकेगा फाजिल्का

जागरण संवाददाता, फाजिल्का : पंजाब हेरिटेज एंड टूरिज्म बोर्ड की टीम ने रूरल एवं बार्डर एरिया टूरिज्म को डेवलप करने के लिए चलाए अभियान के तहत शनिवार को फाजिल्का का दौरा किया। टीम ने भारत-पाक सीमा की सादकी चौकी, भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए भारतीय वीर सैनिकों की गांव आसफवाला स्थित समाधि, सीमा पर सतलुज दरिया के पार बसे गांव मुहार जमशेर का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों का अवलोकन भी किया जिसमें सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बना विरासत भवन भी शामिल है। 114वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लिए पर्यटन पर खर्च किए जाने वाले फंड का अनुमान लगाने के लिए यह टीम दौरे पर है। बार्डर एवं रूरल टूरिज्म के लिहाज से फाजिल्का पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक आदर्श जिला साबित हो सकता है। इन्हीं संभावनाओं को तलाशने के लिए बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वीबी कुमार, चरणजीत सिंह, अलका व कंसल्टेंट वरुण कुमार ने सबसे पहले गांव मुहार जमशेर का दौरा किया। यह टीम यहां रूरल पर्यटन के साथ-साथ नदी पर्यटन को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाशने गई थी, लेकिन सीमा पर बसे होने के चलते संभवत यह क्षेत्र रूरल टूरिज्म के लिहाज से टीम को अच्छा नहीं लगा। 1वहीं टीम ने सादकी बार्डर और आसफवाला समाधि पर टूरिज्म को बढ़ाए जाने की संभावनाओं के संकेत दिए हैं। यह क्षेत्र रूरल टूरिज्म के लिहाज से भी बेहतर है। इसके चलते फाजिल्का के पंजाब हेरिटेज एंड टूरिज्म बोर्ड के नक्शे पर चमकने के आसार प्रबल हो गए हैं।जागरण संवाददाता, फाजिल्का : पंजाब हेरिटेज एंड टूरिज्म बोर्ड की टीम ने रूरल एवं बार्डर एरिया टूरिज्म को डेवलप करने के लिए चलाए अभियान के तहत शनिवार को फाजिल्का का दौरा किया। टीम ने भारत-पाक सीमा की सादकी चौकी, भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए भारतीय वीर सैनिकों की गांव आसफवाला स्थित समाधि, सीमा पर सतलुज दरिया के पार बसे गांव मुहार जमशेर का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों का अवलोकन भी किया जिसमें सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बना विरासत भवन भी शामिल है। 114वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लिए पर्यटन पर खर्च किए जाने वाले फंड का अनुमान लगाने के लिए यह टीम दौरे पर है। बार्डर एवं रूरल टूरिज्म के लिहाज से फाजिल्का पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक आदर्श जिला साबित हो सकता है। इन्हीं संभावनाओं को तलाशने के लिए बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वीबी कुमार, चरणजीत सिंह, अलका व कंसल्टेंट वरुण कुमार ने सबसे पहले गांव मुहार जमशेर का दौरा किया। यह टीम यहां रूरल पर्यटन के साथ-साथ नदी पर्यटन को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाशने गई थी, लेकिन सीमा पर बसे होने के चलते संभवत यह क्षेत्र रूरल टूरिज्म के लिहाज से टीम को अच्छा नहीं लगा। 1वहीं टीम ने सादकी बार्डर और आसफवाला समाधि पर टूरिज्म को बढ़ाए जाने की संभावनाओं के संकेत दिए हैं। यह क्षेत्र रूरल टूरिज्म के लिहाज से भी बेहतर है। इसके चलते फाजिल्का के पंजाब हेरिटेज एंड टूरिज्म बोर्ड के नक्शे पर चमकने के आसार प्रबल हो गए हैं।

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